उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद के अजीतमल क्षेत्र के गांव मौजमपुर में रहने वाले संजय सिंह भदौरिया सेना में कार्यरत थे। वह जयपुर में 15 गनेडियर कोर में रहकर देश सेवा कर रहे थे। बीते दिनाें वह नायब सूबेदार की ट्रेनिंग के लिए दिल्ली गए थे, जहां पीटी परेड के लिए तैयारी के समय अचानक हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई। यह सूचना मंगलवार को परिजनों को दी गयी। सूचना पर दिल्ली पहुंचे परिजन के सामने पोस्टमार्टम कराने के बाद सैनिक का पार्थिव शरीर गुरूवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा। शव के भीखेपुर चौराहे पर पहुंचते ही लोगों का हुजूम उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंच गए। गांव में अपने लाल का पार्थिव शरीर पहुंचते ही परिजनों में हहाकार मच गया। जिले के पूर्व सैनिकों का समूह भी सैनिक के अंतिम दर्शन को पहुंच गया।
वहीं पति का शव देख पत्नी प्रीती व 10 वर्षीय बेटा शुभ उससे लिपट गए और उनके आंसू नहीं थमे। पिता रामनाथ सिंह, बड़ा भाई राजू भदौरिया व बहन संगीता सभी की आंखों का नीर सूख गया। इस दौरान रूंधे गले से पिता ने कहा कि बेटा ने देश सेवा करते हुए प्राण त्याग दिए। मुझे उस पर गर्व है। शव को जिला पुलिस ने और कानपुर एएडी आर्मी, एयर डिफेंस के सैनिको ने गारद करते हुए अंतिम विदाई देते हुए गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सलामी दी। सैनिक के पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई देते हुए जय हिन्द के नारे लगें।
उल्लेखनीय है कि, दिवंगत सैनिक संजय सिंह भदौरिया की शादी लगभग 15 वर्ष पूर्व प्रीति से हुई थी। दोनों के एक बेटा शुभ है। सैनिक का परिवार इन दिनों औरैया में रह रहा था। बीती 11 अगस्त को घर से ट्रेनिंग के लिए दिवंगत सैनिक दिल्ली गए थे, जहां हृदय घात से उनकी मौत हो गई थी।