लखनऊ। कई विभागों की तरह कृषि विभाग में तबादलों में अनियमितता के आरोप लग रहे हैं, जिससे कर्मचारियों व अधिकारियों में आक्रोश है। इस सबंध में बुधवार को यूपी एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन ने कृषि निदेशक को ज्ञापन देकर कर्मचारियों के उत्पीड़न को रोकने की मांग की है। साथ ही कहा गया है कि यदि 23 अगस्त तक सुधार नहीं हुआ तो संघ निदेशालय के पोर्टिको में विरोध सभा करेगा।
दिये गये ज्ञापन में कहा गया है कि स्थानांतरण सत्र समाप्त होने के पश्चात संगठन के जनपदीय पदाधिकारियों का उत्पीड़न किये जाने के उद्देश्य से स्थानान्तरण नीति के विपरीत किये गये स्थानांतरण को निरस्त करने की मांग पहले भी की गयी थी, जिसपर प्रर्याप्त समय व्यतीत होने के पश्चात समुचित कार्रवाई नहीं की गयी है, जिससे संगठन के सदस्यों में अत्यन्त कुंठा एवं आक्रोश व्याप्त है।
संगठन के अध्यक्ष धर्मेंद्र प्रताप सिंह व अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि आश्वासन पर देने के बावजूद अभी तक स्थानांतरण आदेश निरस्त नहीं किया गया है। इसके परिणाम स्वरूप गाजीपुर में संगठन द्वारा आंदोलन व कार्य बहिष्कार किया जा रहा है। वहीं लिपिक संवर्ग के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारी के कुल रिक्त 32 पदों के विरुद्ध मात्र ग्यारह कार्मिकों की प्रविष्टि मांगी गयी है, जिससे प्रशासन की यह मंशा परिलक्षित हो रही है कि प्रशासन शासनादेश के प्राविधानों के विपरीत समस्त रिक्त पदों पर पदोन्नति करने पर विचार नहीं कर रहा है।
मुख्यालय लिपिक संवर्गक के कार्मिकों की पदोन्नति की कार्रवाई भी अभी तक लम्बित है तथा मुख्यालय संवर्ग के जिन कार्मिकों की पदोन्नति हेतु शासन को समय सीमा में शिथिलीकरण का प्रस्ताव प्रेषित किया जाना अपेक्षित था। वह प्रस्ताव भी शासन को अभी तक संदर्भित नहीं किया गया है। संघ के अध्यक्ष धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस उदासीनता को देखते हुए संघ ने निर्णय लिया है कि 23 अगस्त को निदेशालय प्रोटिको विरोध स्वरूप सभा की जाएगी।