भारत की सबसे तेज़ गेंदबाज़ झूलन गोस्वामी आज अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेंगी। झूलन लॉर्ड्स में 24 सितंबर को इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी वनडे मुकाबला खेलेंगी। झूलन गोस्वामी महिला वनडे में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं। उन्होंने 201 मैच में 252 विकेट लिए हैं।
महिला वनडे विश्व कप में भी सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम हैं। उन्होंने विश्व कप के 34 मैच में 43 विकेट लिए हैं। वो विश्व कप में 2 बार 4 विकेट लेने का कारनामा कर चुकी हैं। 39 साल की झूलन को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया है।
झूलन गोस्वामी कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भारतीय टी 20 टीम का हिस्सा नहीं थीं। झूलन ने सन्यास लेने का फैसला युवाओं को मौका देने के लिए किया है। 39 साल की झूलन को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भारतीय टीम में चुना गया है। हालांकि, वो कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए टी20 टीम का हिस्सा नहीं थीं। इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में भी झूलन भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थीं।
खबरों के अनुसार टीम मैनेजमेंट ने झूलन से कहा है कि उन्हें ऐसी खिलाड़ियों की तलाश है, जो हर फॉर्मेट में खेल सकें और युवा खिलाड़ियों को मौका देने के लिए झूलन ने सन्यास लेने का फैसला किया है। झूलन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद आईपीएल खेल सकती हैं।
महिला आईपीएल की शुरुआत मार्च 2023 में होनी है और झूलन इस टूर्नामेंट में दिख सकती हैं। इसके अलावा वो मेंटर के रोल के लिए एक पुरुष आईपीएल टीम के साथ भी बात कर रही हैं। वो आने वाले सत्र में बंगाल की टीम के लिए एक खिलाड़ी और मेंटर के रूप में घरेलू क्रिकेट खेल सकती हैं।
झूलन गोस्वामी ने साल 2002 में अपने करियर की शुरुआत की थी। उस समय उनकी उम्र महज 19 साल थी। अपने करियर में उन्होंने लगभग दो दशकों तक भारत को अपनी सेवा दी। इस दौरान उन्होंने देश के लिए 12 टेस्ट, 68 टी20 और 201 वनडे मैच खेले।
झूलन गोस्वामी वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली महिला गेंदबाज हैं। उन्होंने 252 विकेट लिए हैं। उन्होंने छह महिला वनडे विश्व कप में भाग लिया है।
झूलन को जुलाई में श्रीलंका दौरे के लिए भी चुना जाना था। लेकिन, वो इस सीरीज के लिए पूरी तरह से फिट नहीं थीं। वो जुलाई के आखिरी हफ्ते में फिट हुईं थीं। इसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स के मुकाबले टी20 फॉर्मेट में होने थे और झूलन 4 साल से टी20 नहीं खेल रही हैं। इसी वजह से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में मौका दिया गया।