शुक्रवार को दोपहर बाद देश में पहाड़ी के दो राज्यों में भूकम्प के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकम्प की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.6 मापी गई हालांकि इसमें किसी भी प्रकार के जान व माल के नुकसान की बात सामने अभी तक नहीं है।
देश के पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के कई क्षेत्रों में शुक्रवार को भूकंप के झटके लगने से लोगों में दहशत फैल गई। इस भूकंप का केंद्र बरीखालसा और तेजम में बताया गया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.6 मापी गई। शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान सूचना नहीं है।
बागेश्वर जिले के कपकोट में शुक्रवार की दोपहर 12.55 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ जिले के तेजम में था। भूकंप हल्की तीव्रता का था, फिलहाल किसी प्रकार के नुकसान सूचना नहीं है। इस संबंध में बागेश्वर की जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.6 मापी गई। कपकोट के अलावा पिथौरागढ़ के मुनस्यारी, थल, तेजम, नाचनी, बंगापानी, अस्कोट में भी झटके महसूस किए गए हैं।
इसके अलावा पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी मदकोट क्षेत्र में भी 12 बजकर 57 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। पिथौरागढ़ में भी भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.6 मेग्नीट्यूट मापी गई है। इस भूकंप से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। क्षेत्र में लगातार बारिश के बीच भूकंप के झटके से लोगों में दहशत फैल गई है। झटके के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और फोन पर एक दूसरे की कुलशक्षेम पूछी।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में भी शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 2 मिनट पर कुछ सेकंड के लिए भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.1 रही और इसका केंद्र जमीन से पांच किलोमीटर नीचे दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि यह कम तीव्रता का भूकंप था और इससे किसी तरह के नुकसान की रिपोर्ट नहीं है।