पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर हर जगह बॉलीवुड को और बॉलीवुड फिल्मों को बॉयकॉट करने के पोस्ट काफी ज़्यादा वायरल हो रहे है। सोशल मीडिया पर हर जगह बॉलीवुड फिल्मों को बॉयकॉट करने के पोस्ट ट्रेंड कर रहे है। बॉलीवुड फिल्मों को बॉयकॉट करने के पीछे की पॉलिटिक्स को समझना ज़रूरी हो गया है। हाल ही में अभिनेता आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ को ट्विटर पर बहिष्कार का सामना करना पड़ा, इस फिल्म के लीड कलाकारों के पिछले कुछ विवादास्पद बयानों को लेकर ट्रोल किया जा रहा है। अब रणबीर कपूर की फिल्म ब्रह्मास्त्र को भी ऑनलाइन ट्रोल किया जा रहा है। रणबीर कपूर की पिछली फिल्म ये जवानी है दीवानी की एक क्लिप फिर से सामने आई है, जिसमें रणबीर और दीपिका पादुकोण हैं, दीपिका, रणबीर से कहती हैं कि ‘अगर बच्चे चाहिए तो?’ जिसके जवाब में रणबीर कहते हैं, “इसके लिए शादी करने की क्या जरूरत है? चलो मंदिर के पीछे।” संयोग से ये जवानी है दीवानी अयान मुखर्जी की ही डायरेक्ट की गई आखिरी फिल्म थी। जो 9 साल पहले रिलीज की गई थी।
सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि यह हिंदू धर्म का अपमान करता है। यूजर्स की तरफ से किए जा रहे ब्रह्मास्त्र का बहिष्कार करने का एक अन्य कारण यह है कि फिल्म करण जौहर के बैनर धर्मा प्रोडक्शंस के तहत बनाई जा रही है। फिल्म निर्माता को भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने के लिए तब से टारगेट किया जा रहा है, जब से सुशांत सिंह राजपूत का निधन हुआ था। कुछ लोगों को तो अब फिल्म का पोस्टर भी आपत्तिजनक लग रहा है। उनका कहना है कि रणबीर कपूर का किरदार शिवा जींस और शर्ट में त्रिशूल पहनकर भगवान शिव का मजाक उड़ा रहा है। पोस्टर पिछले साल दिसंबर में जारी किया गया था। हाल ही में रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म रक्षा बंधन का भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर काफी बायकॉट किया गया। आलम यह रहा है कि अक्की की फिल्म रिलीज के तीन दिन में अपनी छाप नहीं छोड़ पाई है। ऐसे में हाल ही में हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में अक्षय ने इस मामले को लेकर अपनी राय रखी है। अक्षय कुमार ने कहा है कि – ‘फिल्मों को बायकॉट करने की शरारत कुछ लोगों के जरिए की जाती है, मेरा अनुरोध है कि वो लोग ऐसा नहीं किया करें। एक फिल्म बनाने के लिए काफी लोगों की मेहनत और पैसे लगते हैं। ऐसे में इस बहिष्कार मुहिम से इन सब का बड़ा नुकसान होता है।
फिल्म इंडस्ट्री के नुकसान के साथ-साथ इससे देश की अर्थव्यवस्था पर भी काफी गहरा प्रभाव पड़ता है। ये देश की इकॉनमी का भारी नुकसान करता है। इसके जरिए कहीं न कहीं हम अपने आप को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। मुझे यकीन है कि ऐसा करने वाले लोगों को जल्द ही इसका एहसास होगा।किसी को भी ऐसा नहीं कहना या करना चाहिए जिससे किसी भी धर्म से जुड़े लोगों की भावनाओ को ठेस पहुंचे। लेकिन किसी एक व्यक्ति की गलती की सज़ा फिल्म से जुड़े हर छोटे – बड़े व्यक्ति को सहनी पड़ती है। बॉलीवुड को पूरी तरह से ही बॉयकॉट करने की बात कहना मूर्खतापूर्ण है क्यूंकि इससे देश की आर्थिक स्तिथि पर भी गलत असर पड़ता है।