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जिला प्रशासन ने की पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता

मानिकपुर थानान्तर्गत मऊ-गुर्दरी गांव में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते कच्ची दीवार ढहने से मलबे में दबकर गर्भवती महिला और उसके भाई की मौत हो गई थी। घटना की जानकारी पर पहुंचे जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग किया है।

 

मानिकपुर थानान्तर्गत मऊ-गुर्दरी में शनिवार की सुबह कच्ची मिट्टी की दीवार गिरने से चपेट में आयी गर्भवती महिला बबिता (21) और उसका पांच वर्षीय भाई रामचन्द्र की दर्दनाक मौत हो गई। बबिता रक्षाबंधन का त्योहार मनाने मायके आयी थी। घटना के बाद परिजनों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि वे लोग प्रधानमंत्री आवास के लिए लम्बे समय से अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं पर अब तक उनकी सुनवाई नहीं हुई है।

इस संबंध में ग्राम प्रधान के अनुसार गांव में कई दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रहीं थी। शनिवार की सुबह करीब 05 बजे गांव के हेतलाल की पुत्री बबिता और उनका बेटा रामचंद्र घर के बाहर चबूतरे में बैठे थे। तभी घर की कच्ची दीवार उनपर गिर गई और मौके पर ही गर्भवती बबिता और उसके भाई की मौत हो गई। बबिता की शादी तीन वर्ष पूर्व डभौरा जिला रीवां (मध्य प्रदेश) के पास टिकरी गांव में राजू के साथ हुई थी। घटना के बाद से परिजनों के साथ-साथ पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।

इस घटना की सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द ने मानिकपुर के उप जिलाधिकारी व तहसीलदार एवं थाना प्रभारी को घटना स्थल मऊ गुरदरी गांव भेजकर पीड़ित परिवार को दैवीय आपदा कोष से चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराया।

जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लाभार्थी को आवास स्वीकृत था। उप जिलाधिकारी प्रमेश श्रीवास्तव ने बताया कि मृतका व उसके भाई की माता सीता पत्नी हेतलाल का मुख्यमंत्री आवास योजना 2022-23 के अंतर्गत आवास स्वीकृत है। राशन कार्ड मृतका की माता सीता के नाम बना है।

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